बिना छुट्टी के कर रहे काम, फिर भी संवेदनहीन निगम ने नहीं दिया वेतन
नई दिल्ली. कोरोना संक्रमण के कारण कई लोगों को घर जाने का मौका नहीं मिला. वहीं दुकानें बंद होने के कारण लोग राशन-पानी तक के लिए मोहताज होने लगे.
ऐसे लोगों की जिंदगी बचाने के काम कर रहे हैं नगर निगम स्कूलों के शिक्षक. मगर को राशन वितरण करने के लिए दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम ने निगम स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटी लगाई है. निगम शिक्षक बीते कई दिनों से सरकार द्वारा लगाई गई ड्यूटी का विरोध कर रहे हैं.
इसी कड़ी में आज नगर निगम शिक्षक संघ के आह्वान पर उत्तरी दिल्ली नगर निगम के 3000 शिक्षकों ने स्कूलों में सुखा राशन वितरण और पका भोजन बांटने की ड्यूटी के दौरान विरोध प्रदर्शन भी किया. ड्यूटी पर आए शिक्षक बांह पर काली पट्टी बांधे नजर आए.
दरअसल बीते दो महीने से निगम शिक्षकों को सैलरी नहीं मिली है. ऐसे में शिक्षकों ने विरोध स्वरूप बाजू पर काली पट्टी बांध कर सरकार और निगमों के रवैये के प्रति अपना रोष प्रकट किया.
इस सिलसिले में नगर निगम शिक्षक संघ के महासचिव रामनिवास सोलंकी ने बताया कि उतरी नगर निगम में कार्यरत शिक्षकों को मार्च और अप्रैल माह वेतन 16 मई तक भी नहीं मिला है.
कोरोना संकट के समय हमारे काम और लगातार की जा रही 11 घंटे की ड्यूटी के बाद भी हमारे वेतन की चिंता न ही दिल्ली सरकार को है न ही निगम नेताओं और अधिकारियों को.
बीते दो महीने से लगातार शिक्षक बिना वेतन के ड्यूटी करने पर मजबूर हैं. वेतन जैसे अति महत्वपूर्ण मुद्दे पर भी सरकार-निगम गंभीर नहीं है.
एक तरफ सरकार शिक्षकों को राष्ट्र निर्माता का दर्जा देती है वहीं दूसरी ओर देश की राजधानी दिल्ली में ही निर्माताओं को ही दुर्व्यवहार का शिकार होना पड़ रहा है.
शिक्षकों के साथ ऐसा व्यवहार जब राजधानी दिल्ली में हो रहा है तो देश के बाकी राज्यों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है.
बिना सुरक्षा किट कर रहे कार्य
निगम के शिक्षक बिना किसी सुरक्षा किट के राशन वितरण जैसा काम करने को मजबूर है. राशन लेने के लिए रोजाना सैंकड़ों की संख्या में जनता आती है.
इससे शिक्षकों में लगातार संक्रमण का खतरा बना रहता है. मगर सरकार को शिक्षकों की जान की कोई परवाह नहीं है. इसके साथ ही शिक्षकों के वेतन भुगतान पर भी सरकार और निगम ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई है.
ट्वीट कर मांगी मदद
दिल्ली नगर निगम शिक्षक संघ ने भी कोरोना पॉजिटिव हो रहे शिक्षकों को सुरक्षा किट दिए जाने की मांग की है. इस संबंध में संघ ने उपराज्यपाल अनिल बैजल और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ट्वीट किया है. ट्वीट के जरिए राशन वितरण में लगे शिक्षकों का कोरोना टेस्ट करवाने की मांग की गई है.