हिन्दू राव हॉस्पिटल की गलती, तब्लीगी जमाती की बीवी जो कोरोना की संदिग्ध मरीज़ हुई फरार, डॉक्टरों में भी संक्रमण का खतरा
तीन तारीख, हिंदूराव अस्पताल और एक गर्भवती महिला, जिसके कारण आज पूरा हिंदूराव अस्पताल दिक्कत में पड़ गया है.
आप सोच रहे होंगे कि एक गर्भवती महिला की वजह से हॉस्पिटल के डॉक्टर और नर्स को क्या परेशानी होगी भला, लेकिम आपको जानकर हैरानी होगी की इस महिला के कारण हिंदूराव अस्पताल के डॉक्टरों कोरोना होने का खतरा बढ़ गया है.
ये है पूरा मामला
दरअसल हिन्दुराव अस्पताल में गर्भवती महिला ने 2 किलो के बच्चे को जन्म दिया. बच्चे के जन्म के बाद हिंदूराव से महिला को राम मनोहर लोहिया भेजा गया, जहाँ माँ और बच्चे कि कोविड स्क्रीनिंग की जाएगी। इसी के साथ बच्चे के पिता को भी स्क्रीनिंग करने के लिए कहा गया है, क्यूंकि पिता ने दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात में हिस्सा लिया था.

डॉक्टर में कोरोना होने की आशंका
अस्पताल ने मरीज की डिलीवरी नार्मल लेबर रूम में कई गई थी. आम तौर पर इस लेबर रूम में डॉक्टरों के अलावा कुल 10-12 मेडिकल स्टाफ और नर्स भी होते है. ऐसे में अब सभी के कोरोना संक्रमित होने की आशंका बढ़ गई है.
पेशेंट और डॉक्टर को करना पड़ सकता है क्वारेन्टाइन
आपको बता दें कि डिलीवरी के बाद आमतौर पर नवजात शीशु को बच्चो के डॉक्टर देखने आते है. इस मामले में भी डॉक्टर ने बच्चे की जांच की है
अब अस्पताल प्रशासन को एहतियात के तौर पर ये पता लगाना होगा कि जिस डॉक्टर ने नवजात शिशु की जांच की, उन्होंने और कितने बच्चों की जांच की है. इसके बाद वो किन को मरीज़ों, डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ से मिले. इन सभी को जल्द से जल्द क्वारेन्टाइन करना होगा.
हालांकि खबर लिखे जाने तक मरीज में कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है. मगर इसका खतरा अबतक बरकरार बना हुआ है. मामले में संदिग्ध होने के कारण मरीज भी इस समय फरार है, जो अस्पताल प्रशासन की बड़ी नाकामयाबी और गैर जिम्मेदाराना रवैये को दर्शाता है.
हॉस्पिटल ने कर्मचारियों की छुट्टी
वहीं मामले की गंभीरता को समझने की जगह अस्पताल प्रशासन ने कर्मचारियों को अनाधिकारिक छुट्टी पर भेज दिया है. इनकी जांच की गई है उन नहीं इसकी जानकारी अभी नहीं मिल सकी है.