राहत! रेमदेसिविर कोरोना के लिए कारगर, बन सकती है गेम चेंजर
कोरोना वायरस की दवा बनाने के लिए इस समय दुनिया भर में रिसर्च की जा रही है. कई देश रिसर्च कर रहे हैं. इसी बीच मेडिकल फ्रेटर्निटी से एक राहत भरी खबर सामने आ रही है.
जामकारी है कि रेमदेसिविर दवा के कोरोना मरीजों पर अच्छे परिणा दिख रहे हैं यानी ये दवा कोरोना मरीजों के लिए रामबाण सिद्ध हो रही है. अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की एक बड़ी स्टडी के बाद ये नतीजा निकला.
वहीं नतीजों के बाद सीडीएस ने इस दवा के इस्तेमाल किए जाने को लेकर अपनी अनुमति दे दी है. अमेरिकी मेडिकल जनरल लॉंसेंट ने बुधवार को प्रकाशित हुई स्टडी में दावा किया कि इस एंटी वायरल दवा के पांच दिन और 10 दिन के शेड्यूल के दौरान काफी सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं.
लॉंसेंट में प्रकाशित की गई स्टडी के मुताबिक इस स्टडी में 397 कोरोना पॉजिटिव मरीजों पर इस दवा का परिक्षण किया गया है. इस परिक्षण में पाया गया कि दवा का इस्तेमाल करने वाले 62% मरीज अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया.
इस दवा का 49% मरीजों के संक्रमण के लिए उपचार किया गया. गिलीड ने दावा किया कि इस दवा का परिक्षण करने के लिए एक दर्जन मेडिकल स्टोर में भेजा गया. ये दवा चीन में कोरोना संक्रमित मरीजों को भी दी गई. चीन में भी इस दवा से संबंधित स्टडी की गई, मगर इस स्टडी को चीन ने अधूरा ही छोड़ दिया.
आपको बता दें कि रेमदेसिविर दवा का इस्तेमाल पहले भी किया जा चुका है. कोरोना से पहले इबोला इसका इस्तेमाल इबोला के उपचार के लिए भी किया जा चुका है. मगर उस समय ये दवा विफल रही थी.
वहीं इस दवा का उपयोग कोविड-19 के मरीजों पर इस्तेमाल किया जा रहा है. गिलीड के चीफ मेडिकल अफसर ने दावा किया है कि इस दवा में संक्रमण के मैकेनिज्म को विफल करने की क्षमता है, जो अपने मूल रूप में रहते हुए अपने अनेक स्वरूप की रचना कर लेता है.
ये वही दवा है जब इसका उपयोग 1986 में पहली बार एचआईवी के लिए इस्तेमाल किया गया था. गिलीड ने 15 लाख डोज फ्री देने की अनुमति दी है, जो 140000 संक्रमित मरीजों के लिए काफी है.
एंथनी फोचि का दावा
डॉक्टर एंथनी फोचि ने दावा किया कि गिलीड की इस दवा के सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं. मीडिया में उन्होंने जानकारी दी कि इस दवा के सेवन से कोरोना के मरीजों पर काफी अच्छा असर हो रहा है. तत्काल मरीजों पर इसके परिणाम देखने को मिल रहे हैं.
वहीं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंम ने भी कहा कि एफडीए दवा के लिए जल्द अपनी स्वीकृति देगा और इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचाया जा सकेगा. बता दें कि चीन भी इस दवा से कोरोना मरीजों का उपचार हुआ था.