रोज खाएं मूंगफली, कई बीमारियों रहेंगी दूर
नई दिल्ली. कई ऐसी चीजें होती हैं जो बाजार में सालभर मिलती हैं मगर सर्दियों में इनका सेवन अधिक होने लगता है. मूंगफली भी इस लिस्ट में शामिल है. प्रोटीन और फाइबर से भरपूर मूंगफली को सर्दियों की धूप में बैठकर खाने का जो मजा है वो अलग ही होता है.
स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक मूंगफली के लाभ इतने हैं कि इसे गरीबों का काजू भी कहा जाता है. मूंगफली कई गुणों से भरपूर होती है. सर्दियों में इसका अधिक सेवन करने से न सिर्फ मुंह को बढ़िया स्वादिष्ट मिलेगा बल्कि कई और भी लाभ मिलेंगे. इसके अलावा मूंगफली में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं. ये विटामिन्स से भरपूर होती है. ये मैग्नीशियम का भी अच्छा स्त्रोत है.
इसमें भारी मात्रा में मैग्नीज भी पाया जाता है. वहीं कैल्शियम और बीटा कैरोटीन जैसे गुणों से ये भरपूर होती है. ऐसे में मूंगफली खाने से दो तरह का लाभ मिलता है. मैग्नीज खाने से हड्डियों के अंदर कैल्शियम के अवशोषण की प्रक्रिया तेज होती है. इससे हड्डि़यों को मजबूती मिलती है. मैग्नीज शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा को नियंत्रित रखती है. इसे खाने से ब्लड में शुगर का स्तर सामान्य रहेगा.
सर्दियों में से सभी तत्व मिलकर शरीर को गर्मी देते हैं. इनसे कई तरह का पोषण मिलता है. इसके सेवन से ठंड का प्रभाव भी कम होता है. ये रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाती है. ऐसे में सर्दी, जुकाम और फ्लू जैसे वायरस से ये बचाव करती है.
सर्दियों के दौरान हार्ट अटैक, हार्ट स्ट्रोक या ब्रेन हैमरेज के मामले बढ़ जाते हैं. इनका मुख्य कारण है खराब होता लाइफस्टाइल. शरीर पर ठंड का अधिक असर होना औ कोलेस्ट्रॉल का स्तर बिगड़ना. ऐसे में सर्दियों के दौरान दिल के रोगियों को अधिक ध्यान रखने की आवश्यकता होती है. मगर जो लोग मूंगफली का नियमित सीमित मात्रा में सेवन करते हैं, वो इन बीमारियों के प्रकोप से बच सकते हैं.
दरअसल मूंगफली में शरीर को गर्म रखने की क्षमता होती है. इसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड होता है. ये एसिड शरीर में से गुड कॉलेस्ट्रोल को बढ़ाता है और बैड कॉलेस्ट्रोल को कम करता है. हालांकि मूंगफली को खाने से पहले ये जरूर ध्यान रखें की इसे सीमित मात्रा में खाएं.
जानकारों का मानना है कि मूंगफील का सेवन करने से मेटाबॉलिज्म और मांसपेशियां संतुलित रहती हैं. इसमें बीटा कैरोटीन पाया जाता है जिससे त्वचा की कोशिकाओं तक रक्त प्रवाह बना रहता है. ऐसा करने से त्वचा में नमी भी बरकरार रहती है. त्वचा निरोगी रहती है.