हिंदूराव अस्पताल बना कोरोना संक्रमण का केंद्र, एक और डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव
उत्तरी दिल्ली नगर निगम का बाड़ा हिंदूराव अस्पताल अब सिर्फ एक अस्पताल बनकर नहीं रह गया है. एक समय में निगम की शान रहा ये अस्पताल अब कोरोना वायरस का गढ़ बनता जा रहा है.
यहां कोरोना संक्रमित डॉक्टरों और अन्य मेडिकल स्टाफ की संख्या बढ़ती जा रही है. अब एक सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर कोरोना संक्रमण का शिकार हुई है. संबंधित डॉक्टर स्त्री रोग विभाग में कार्यरत है. 5 मई को हुई जांच के बाद डॉक्टर कोरोना संक्रमित पाई गई है. इसी के साथ कोरोना संक्रमित होने वाले डॉक्टरों की संख्या अब 6 पर पहुंच गई है, जबकि कुल 10 स्वास्थ्य कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
कफ-फीवर के कारण कराई जांच
दरअसल डॉक्टर को कुछ समय से कफ था. इसी के साथ फीवर की शिकायत होने पर डॉक्टर ने कोरोना जांच करवाई. 7 मई को आई रिपोर्ट में पाया गया कि संबंधित डॉक्टर कोरोना संक्रमण का शिकार हो चुकी हैं. हालांकि ये भी सामने आया कि वो किसी कोरोना संक्रमित के संपर्क में नहीं आई है.
जानकारी के मुताबिक डॉक्टर ने अपना कोरोना टेस्ट करवाने से पहले हॉस्पिटल में सर्जरी भी की थी. डॉक्टर ने 3 मई की रात को एक महिला की सिजेरियन डिलीवरी करवाई थी. डिलीवरी के बाद महिला को वॉर्ड में शिफ्ट किया गया था.
टेलीफोन के जरिए मिली जानकारी
डॉक्टर को अस्पताल में स्त्री रोग विभाग की हेड ने कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने की जानकारी दी थी. इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने डॉक्टर के संपर्क में आए लोगों की सूची तैयार करनी शुरू कर दी. इसी के साथ डॉक्टर को घर पर रहने के लिए कहा गया है.
नहीं मिल रही HCQ
जानकारी मिली है कि अस्पताल से डॉक्टरों को HCQ यानी हाइड्रोक्लोरिक्वीन भी नहीं दी गई है. इतना ही नहीं एक डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद भी अस्पताल के अन्य डॉक्टरों के सैंपल नहीं लिए गए हैं. अस्पताल में कोरोना संक्रमण के कई मामले सामने आ चुके हैं. इसके बाद भी प्रशासन लगातार सुस्ती बनाए हुए है.
नर्स भी पॉजिटिव
अस्पताल सूत्रों का कहना है कि डॉक्टर के अलावा एक नर्स भी कोरोना संक्रमित पाई गई है. रिपोर्ट आने के बाद नर्स को घर पर रहने की सलाह दी गई है. इसी के साथ अस्पताल प्रशासन ने सैनेटाइजेशन का काम भी शुरू करवा दिया है.
पहले भी आए हैं मामले
बात दें कि कोरोना संक्रमित डॉक्टर के सामने आने का ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले नर्स-डॉक्टर कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. इसी के साथ अस्पताल को बंद कर सैनेटाइज भी किया जा चुका है. इस दौरान अस्पताल में कई सेवाएं भी बंद की गई थी. मगर बावजूद इसके निगम के इतने बड़े अस्पताल में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं.