कोरोना मरीजों के लिए ओडीशा सरकार बनाएगी 1000 बेड का अस्पताल
देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. भारत में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. केंद्र सरकार हो या फिर राज्य सरकारें सभी जनता की सहूलियत के लिए ऐहतियाती कदम उठाने में लगी है. कोरोना को रोकने के उद्देश्य से देश में पीएम मोदी के आह्वान पर 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा हुआ है. कोरोना को फैलने से रोकने और सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए सरकार ने ये कड़ा कदम उठाया है.
कोरोना के मरीजों की संख्या जिस तरह से लगातार बढ़ती जा रही है वो चिंता विषय है. इसी बीच ओडिशा सरकार ने कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए देश का सबसे बड़ा अस्पताल बनाने का निर्णय लिया है. खास बात होगी कि इस अस्पताल में सिर्फ कोरोना पीड़ितों का ही इलाज किया जाएगा. एक हजार बेड वाले इस अस्पताल को मात्र दो सप्ताह में तैयार किया जाएगा. इस अस्पताल को बनाने के लिए ओडिशा सरकार, कॉर्पोरेट और मेडिकल कॉलेजों के बीच त्रिपक्षीय समझौता हुआ है.
इससे पहले केंद्र सरकार भी कोरोना वायरस से प्रभावित इलाकों के लिए कई घोषणाएं कर चुकी है. गुरुवार को केंद्री वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लॉकडाउन की स्थिति में गरीबों के लिए एक लाख 70 हजार करोड़ रूपये के राहत पैकेज का ऐलान किया है, ताकि कोई गरीब सरकार के होते हुए भूखा न सोए.
केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण धन योजना के तहत किसान, मनरेगा, गरीब विधवा, गरीब पेंशनधारी और दिव्यांगों, और जनधन अकाउंट धारी महिलाओं, उज्ज्वला योजना की लाभार्थी महिलाएं, स्वंय सहायता समूह की महिलाओं और संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों, कंस्ट्रक्शन से जुड़े मजदूरों को मदद दी जाएगी.