इंटर्न डॉक्टरों ने पेश की मिसाल, लॉकडाउन के बीच मांगी इंटर्न करने की इजाजत
कोरोना के कहर के बीच अमेरिका जैसे समृद्ध देश की स्वास्थ्य सेवाएं भी कम पड़ने लगी है. इस समय मेडिकल स्टाफ की भी काफी कमी हो रही है. भारत में भी डॉक्टर-नर्स सभी स्टाफ लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
इसी बीच मध्यप्रदेश के कुछ युवा डॉक्टरों ने ऐसी मिसाल पेश की है कि देश को सभी पर गर्व हो रहा है. इस युवा डॉक्टरों ने लॉकडाउन और कोरोना के गंभीर संकट के बीच अपनी ड्यूटी को अधिक महत्व दिया.
इनके प्रयासों के कारण अब लॉकडाउन में मध्यप्रेदश के अलग अलग जहगों पर लॉकडाउन हुए 125 युवा डॉक्टर राज्य के अलग अलग अस्पतालों में अपनी सेवाएं दे सकेंगे. इन्हें स्थानीय प्रशासन से अस्पताल में जाकर सेवाएं देने के लिए अनुमति मिल गई है.
ये है मामला
दरअसल 31 मार्च से इंटर्नस को हॉस्पिटल में इंटर्नशिप ज्वाइन करनी थी. मगर लॉकडाउन होने के कारण इंटर्नशिप तय समय पर ज्वाइन कर पाना उनके लिए मुमकिन नहीं था. स्थानीय प्रशासन ने भी पहले उन्हें किसी तरह की मदद मुहैया कराने से हाथ उपर कर दिए थे.
मगर इसके बाद सभी युवा डॉक्टरों में पीएम कार्यालय को पत्र लिखा और मदद मांगी. इसके बाद स्थानीय प्रशासन भी हरकत में आया. उसने इन सभी 125 डॉक्टरों को इंटर्नशीप करने की इजाजत दे दी है. इसके बाद सभी डॉक्टरों को अपने घर से नजदीक अस्पताल में इंटर्नशीप के लिए रिपोर्ट करना होगा.
वहीं ऐसे स्टूडेंट्स जिनके घर के आस पास किसी तरह का हॉस्पिटल या मेडिकल कॉलेज नहीं है वो चीफ हेल्थ ऑफिसर को रिपोर्ट कर सकते हैं.