कर्नाटक में डॉक्टरों को वेतन में बढ़ोतरी का इंतजार
कोरोना वायरस के कारण इस समय देश भर में मेडिकल फ्रेटर्निटी की तारीफें हो रही है. इस दौरान दिन भर कोरोना वायरस के कारण डॉक्टरों को अतिरिक्त ड्यूटी भी करनी पड़ रही है. मगर देखने में आ रहा है कि मेडिकल फ्रेटर्निटी को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है.
इसी कड़ी में कर्नाटक एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर (KARD) ने भी डॉक्टरों के संबंध में मुद्दा उठाया है. दरअसल डॉक्टरों को यहां 30 हजार रुपए की स्टाइपेंड मिल रहा है. वहीं बीते 2 सालों से डॉक्टर सरकार को कई बार स्टाइपेंड की राशि में बढ़ोतरी के लिए निवेदन किया गया है. वहीं एसोसिशेन के डॉक्टरों ने बताया कि रेजिडेंट डॉक्टर को फर्स्ट ईयर में 30 हजार से स्टाइपेंड मिलना शुरू होता है. इसके बाद हर ईयर में स्टाइपेंड की राशि 5 हजार से बढ़ती जाती है.
गौरतलब है कि हर स्टूडेंट एमबीबीएस और इसके बाद पीजी करने में 1.5 से 2.5 लाख रूपये प्रति साल फीस सरकारी कॉलेजों में भरता है. इसके बाद कड़ी मेहनत और पढ़ाई के बाद उनकी डिग्री पूरी होती है. डॉक्टर बनने के बाद हर व्यक्ति अपनी ड्यूटी को बखूबी निभाता है मगर दूसरी तरफ सरकार अपने कर्तव्य निभाने में खरी नहीं उतर रही है. दरअसल कर्नाटक में डॉक्टरों को समय पर स्टाइपेंड का भुगतान नहीं किया जा रहा है. ऐसे में कोरोना वायरस जैसी महामारी के दौरान जब देश में संकट आया हुआ है तो डॉक्टरों के उपर अधिक जिम्मेदारी बढ़ गई है.
इंटर्न डॉक्टरों के लिए भी परेशानी
मगर बीते कुछ समय से जहां इंटर्न डॉक्टरों को मिलने वाले स्टाइपेंड राशि को लेकर बवाल मचा हुआ है. राजस्थान सरकार में जहां 233 रूपये जहां एक इंटर्न डॉक्टर को एक दिन ड्यूटी करने के लिए ये राशि मिलती है. वहीं उत्तर प्रदेश सरकार थोड़ी राहत के साथ इंटर्न डॉक्टरों को 250 रूपये का भुगतान करती है.
दोनों ही राज्यों में बड़ी संख्या में मेडिकल कॉलेड हैं जहां डॉक्टर बनने के लिए हज़ारो छात्र एडमिशन लेते हैं. मगर एक इंटर्न के तौर पर उन्हें मजदूर से भी कम वेतन में काम करना पड़ता है.
डॉक्टरों की संस्था ने उठाया था मुद्दा
पिछले कई दिनों से डॉक्टरों सारी संस्थाओ ने इंटर्न डॉक्टर की स्टाइपेंड बढ़ोतरी के लिए मांग की थी जिसमे यूनाइटेड रेजिडेंट एंड डॉक्टर एसोसिएशन के लिखा पत्र सोशल मीडिया पर इतना वायरल हुई कि कॉग्रेस की प्रियंका गांधी तक ने शेयर कर स्टाइपेंड में बढ़ोतरी की मांग करदी।
इसको देख कर अन्य राज्यो के इंटर्न डॉक्टर कर सकते है मांग
उत्तर प्रदेश के बाद राजस्थान के इंटर्न डॉक्टरों ने भी स्टाइपेंड बढ़ोतरी की मांग सोशल मीडिया में रखी है जिसका समर्थन यूनाइटेड रेजिडेंट एंड डॉक्टर एसोसिएशन ने करते हुए राजस्थान मुख्य मंत्री जी को पत्र लिख भेजा।