कोरोना को देखते हुए जामिया का फैसला, सिर्फ ऑनलाइन मोड में होंगे एग्जाम
नई दिल्ली. जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी ने फैसला लिया है कि इस साल फाइनल सेमेस्टर या फाइनल ईयर के लिए ऑफलाइन मोड में एग्जाम नहीं लिए जाएंगे. सभी स्टूडेंट्स के एग्जाम ऑनलाइन मोड में लिए जाएंगे. कोरोना संक्रमण को देखते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने ये फैसला लिया है. एग्जाम को लेकर सभी जानकारी जामिया की वेबसाइट www.jmicoe.in पर उपलब्ध होगी.
गौरतलब है कि लॉकडाउन के बाद अब अनलॉक शुरू हो चुका है. धीरे धीरे जिंदगी पटरी पर लौटने की तरफ बढ़ रही है. इसी कड़ी में जामिया मिल्लिया इस्लामिया में भी लगातार वेबिनार और अन्य क्रार्यक्रमों का आयोजन होता रहा. जामिया में लगातार एकेडेमिक काउंसिल की बैठकें भी होती रहीं ताकि छात्रों को किसी तरह का नुकसान न उठाना पड़े.
मंगलवार को जामिया की कुलपति प्रो नजमा अख़्तर की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय की स्टैंडिंग एकेडमिक काउंसिल की एक बैठक हुई. इसमें ये निर्णय लिया गया कि जुलाई में फाइनल ईयर के होने वाले एग्जाम को ऑनलाइन मोड में आयोजित कराया जाएगा. इस समय ऑफलाइन मोड में परीक्षा कराना व्यवहारिक नहीं है.
बैठक में कहा गया कि सभी सदस्यों ने कहा कि यूनिवर्सिटी के छात्रों और शिक्षकों का स्वास्थ्य सर्वोपरि है. ऐसे में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. यूजीसी भी साफ कर चुका है कि परीक्षाएं लेने के लिए यूनिवर्सिटी को लचीला रूख अपनाना होगा. ऐसे में जामिया ने ओपन बुक से एग्जाम नहीं कराने का फैसला लिया है.
बैठक में निर्णय लिया गया कि एकेडमिक सेशन 2019-20 के लिए एमफिल और पीएचडी कोर्स वर्क के छात्रों के सभी फाइनल एग्जाम को ऑनलाइन एग्जाम और मूल्यांकन के आधार पर आंका जाएगा. बता दें कि जामिया के परीक्षा पोर्टल पर छात्रों के अंकों का अपलोड 20 जून 2020 को या उससे पहले पूरा किया जाएगा.