स्विटज़रलैंड ने एल्पस पर्वत पर तिरंगे से दिखाई एकजुटता, पीएम ने कही ये बात
नई दिल्ली. वैश्विक महामारी कोरोना से जिस जज्बे के साथ भारत ने निपट रहा है और जितने सख्त कदम उठा रहा है, उसकी विश्व भर में तारीफ हो रही है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अलावा कई देश भी भारत की सराहना कर चुके हैं.
अब स्विटज़रलैंड का नाम भी ऐसे देशों की लिस्ट में जुड़ गया है जिन्होंने भारत की सराहना की है. स्विटज़रलैंड ने अपने यहां कि मशहूर आल्प्स पर्वत श्रंख्ला के मैटरहॉर्न पहाड़ पर भारत का राष्ट्रीय झंडा यानी तिरंगा प्रोजेक्ट किया है.
तिरंगा प्रोजेक्ट करके स्विटज़रलैंड ने इस महामारी के खिलाफ भारत के साथ एकजुटता का परिचय दिया है. पीएम मोदी ने खुद इस ट्वीट को रिट्वीट भी किया. पीएम ने स्विटज़रलैंड स्थित भारतीय मिशन की ओर से किए गए ट्वीट को रिट्वीट किया.
इसमें एल्पस पर्वत पर भारत का तिरंगा दिखते हुए फोटो भी लगी हुई है. पीएम ने कहा है कि पूरा विश्व कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए एक साथ खड़ा है.
पीएम ने लिखा कि कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में हम सब साथ है. महामारी के साथ इस लड़ाई में जीत मानवता की होगी.
सिर्फ यही नहीं तिरंगे के साथ पहाड़ की तस्वीर गुरलीन कौर ने भी साझा की है. आपको बता दें कि गुरलीन कौर जेनेवा स्थित भारतीय विदेश सेवा अधिकारी है. उन्होंने लिखा कि दुनिया कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रही है. ऐसे में स्विटज़रलैंड मैटरहॉर्न को रौशन करके दुनिया में आशा, प्रेम और सहानुभुति का संदेश दे रहा है.
पहाड़ पर राष्ट्रीय प्रतीक होते हैं प्रदर्शित
आपको बता दें कि स्विटरज़रलैंड के इस पहाड़ पर हर दिन सूर्यास्त के बाद 4,478 मीटर यानी 14,692 फुट ऊंचे पहाड़ पर दुनिया के देशों के राष्ट्रीय प्रतीक शब्दों और छवियों को प्रदर्शित किया जाता है. लगभग 800 मीटर ऊँचे प्रकाश प्रतिबिंब को पर्वत के उत्तर-पूर्व की ओर चार किलोमीटर दूर इटली के साथ स्विट्जरलैंड की दक्षिणपूर्वी सीमा से पिछले कुछ हफ्तों से प्रोजेक्ट किए जा रहे हैं.
प्रकाश कलाकार गेरी हॉफसिट्टर ने कहा कि हमने स्विस ध्वज के साथ शुरुआत की, क्योंकि यह पहाड़ हमारे राष्ट्र का प्रतीक है. भारत के साथ-साथ अमेरिका, जर्मनी, स्पेन, ब्रिटेन और जापान के झंडे भी पहाड़ पर दर्शाये गए हैं.