लॉकडाउन का फायदा उठाकर आप ऐसे बढ़ाएं क्रिएटिविटी
By : Palak Saxena
बरेली. इस समय पूरा देश महामारी का एकजुट होकर सामना कर रहा है. कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण सबका घूमना फिरना बंद है. इस समय न लोग घर से बाहर निकल रहे हैं, न रिश्तेदारों के यहां जा रहे हैं. सभी कोरोना वायरस के कारण दहशत में है.
पढ़ाई से ज्यादा फोन में बिजी
लॉकडाउन होने से सबसे ज्यादा असर बच्चों की पढ़ाई पर हुआ है. इस बारे में बरेली की शीना शर्मा ने बताया कि बच्चे स्कूल जाते थे तो पढ़ाई कर लेते थे लेकिन इस समय पढ़ते नहीं है. स्कूल से होमवर्क भी ऑनलाइन आ रहा है. उनका सब टाइम सिर्फ मोबाइल फोन तक ही सीमित रह गया है.
बाहर जाना बंद
लॉकडाउन के कारण बच्चे न ही दोस्तों के साथ खेल सकते हैं और ना ही पार्क में झूला झूलने जा सकते हैं. लगातार टीवी और मोबाइल देखकर भी ऊब चुके हैं. हालांकि कई बच्चे हैं जो बोरियत को दूर करने के लिए शाम के समय घर से बाहर साइकिल चलाने निकल जाते हैं.
मगर इस समय ऐहतियात बरतने का समय है. एक छोटी सी गलती बहुत बड़ा नुकसान कर सकती है. ऐसे में अभिभावकों को भी ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे घरों से बाहर न निकले. अगर जाएं भी तो उन्हें मास्क, हैंड ग्लव्स जरूर पहनाएं. इससे बच्चों को बोरियत दूर करने में मदद मिलेगी.
क्रिएटिव हो रहे बच्चे
इस समय बच्चों की बोरियत को दूर करने के लिए घर में मम्मियों को भी अधिक कसरत करनी पड़ रही है. बच्चों को व्यस्त रखने के लिए घर पर रहकर ही नए क्रिएटिव आइडिया सामने आ रहे हैं. घर में रहकर बच्चे ड्रॉइंग बना रहे हैं और अपना समय काट रहे हैं.
कोरोना की ड्रॉइंग पहली पसंद
इन दिनों कोरोना वायरस सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है. इस समय बच्चे भी ड्रॉइंग का टॉपिक कोरोना वायरस को ही चुन रहे हैं. इसके पीछे मुख्य मकसद है कि बच्चों की ड्रॉइंग भी हो और इस महामारी को लेकर लोगों में जागरूकता भी फैले. इसके अलावा मास्क की अहमियत बताने के लिए बच्चे यूट्यूब से मास्क बनाना भी सिख रहे हैं, ताकि घर पर बने मास्क से कोरोना से बचाव हो सके.
बच्चे सीख रहे नई हॉबी
इस दौरान बच्चों के पास काफी समय है. अपनी रूचि के मुताबिक कोई गिटार सीख रहा है तो कोई केसियो सीखने के लिए ऑनलाइन क्लास ज्वाइन कर रहा है. घर पर रहकर भी ऑफिस का काम वर्क फ्रॉम होम के जरिए पूरा कर रहे हैं.
मम्मी भी बनीं मास्टर शेफ
घर पर इन दिनों सिर्फ बच्चे ही नहीं बल्कि मम्मी भी यूट्यूब का सहारा ले रही हैं. अब क्योंकि बाजार और रेस्टोरेंट सभी बंद हैं. ऐसे में बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को घर का बना खाना ही मिल रहा है. इस समय बच्चों से लेकर परिवार के अन्य सदस्यों की जिद पर घर की महिलाएं भी मास्टर शेफ बन गई हैं.
इस बात में कोई शक नहीं है कि इस समय वायरस का खतरा अब भी बहुत है. मगर घर पर ही स्ट्रीट फूड बनाने का हुनर सीख रहे हैं. घर का बना खाना तो वैसे भी हेल्दी और टेस्टी भी होता है.