DTU में ऑनलाइन होंगे एग्जाम
आज का जमाना आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का है. आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद से रेस्टोरेंट चल रहे हैं, आईटी में काम हो रहा है तो अस्पतालों में भी इसकी मदद ली जा रही है. शायद ही ऐसा कोई फील्ड हो जहां आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की पहुंच न हो. इसी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का फायदा उठाते हुए दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी (DTU) में ऑनलाइन एग्जाम लिए जाएंगे.
DTU इस बार बीटेक फाइनल ईयर के छात्रों के लिए ये सुविधा शुरू करेगा. यानी इस बार बीटेक फाइन ईयर के छात्र आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आधारित एग्जाम देंगे. इस एग्जाम पैटर्न की सबसे खास बात है कि इसमें चीटिंग की कोई गुंजाइश नहीं रहती. इस एग्जाम पैटर्न की खासियत है कि अभी तक किसी विश्वविद्यालय ने इस प्रणाली से परीक्षा आयोजित नहीं की है
दरअसल हर स्टूडेंट का इंवीजीलेटर खुद कंप्यूटर होगा. एग्जाम के दौरान अगर कोई छात्र नकल करता हुए दिखता है तो कंप्यूटर दो बार उसे चेतावनी देगा. चेतावनी अनसुनी करने के बाद तीसरी बाद छात्र एग्जाम हॉल से बाहर होगा.
तीन मोड एग्जाम के
आपको बता दें की बीटेक फाइन ईयर का एग्जाम के तीन मोड हैं. इसमें सब्जेक्टिव, मल्टीप्ल च्वाइस और केस स्टडी शामिल हैं.
डमी एग्जाम होगा
फैकल्टी ने स्टूडेंट्स के लिए प्रश्नपत्र भी बनाने शुरू कर दिए हैं. वहीं यूनिवर्सिटी में इस समय ऑनलाइन एग्जाम का डेमो भी चल रहा है. यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन 15 मई से एग्जाम शुरू कर सकता है. इसमें बीटेक के 14 कोर्स के 1760 स्टूडेंट्ल हिस्सा लेंगे.
ये है प्रोक्टोरिंग परीक्षा लेने का तरीका
प्रोक्टोरिंग एक सॉफ्टवेयर होता है, जो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर आधारित काम करता है. इस प्रणाली की परीक्षा के दौरान छात्र का कंप्यूटर इस सॉफ्टवेयर से जुड़ जाता है. कंप्यूटर या लैपटाप पर लगा कैमरा निगरानी करता है.
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के कारण एग्जाम दे रहे छात्र की आंखों और हाथों के मूवमेंट की पूरी निगरानी की जाती है. इसमे कीबोर्ड से उंगली कितनी दूर है. कैमरे में कोई और है कि नहीं. इन सब पर गौर किया जाता है.
गूगल क्लासरूम और गूगल मीट से तैयारी
आपको बता दें की डीटीयू के अकेडमिक कैलेंडर के तहत आखिरी सेमेस्टर आठ मई को समाप्त हो रहा है. यूनिवर्सिटी ने लॉकडाउन होने के बाद भी छात्रों की पढ़ाई में कोई कोताही नहीं बरती है.
लॉकडाउन शुरू होने के बाद ही विश्वविद्यालय ने सभी छात्रों को गूगल क्लासरूम और गूगल मीट के माध्यम से ऑनलाइन कक्षाओं से जोड़ते हुए पूरी तैयारी करवाई है.