जानें क्यों किया प्रेग्नेंट अनुष्का ने किया शीर्षासन
बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा और विराट कोहली की खूबसूरत जोड़ी अपने पहले बच्चे की तैयारी कर रहे हैं. हाल ही में अनुष्का शर्मा ने अपने सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर की है, जिसमें उनके पति विराट कोहली उन्हें शीर्षासन करने में मदद कर रहे हैं.
अनुष्का ने फोटो के साथ उन्होंने यह कहा है कि वह अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रेगनेंसी के दौरान योगा कर रही हैं. वह खुश हैं कि पहले की तरह प्रेग्नेंसी के समय भी वह योगा कर सकती हैं.
अनुष्का ने कहा कि, ‘उन्होंने इस बात को भी सामने रखा कि वह योगा अपने योगा टीचर और अपने पति के सपोर्ट और गाइडेंस के अंदर कर रही हैं.’ अनुष्का की फोटो के बाद ये सवाल उठ रहा है कि क्या प्रेग्नेंसी में शीर्षासन करना सुरक्षित है?

प्रेगनेंसी के दौरान शीर्षासन करना सही?
प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी महिला को यह आसन करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लेनी चाहिए. कोई भी प्रेग्नेंट महिला यह आसन कर सकती है या नहीं यह उसके फिटनेस लेवल, पर निर्भर करता है.
प्रेगनेंसी का महीना, हेल्थ कंडीशन और पेट में पल रहे बच्चे के पर भी ये निर्भर करता है. अगर आप प्रग्नेंट हैं और आपके डॉक्टर आपको प्रेगनेंसी के दौरान योगासन करने के लिए हां बोल देते हैं तो आप एक्सपर्ट के गाइडेंस के अंदर ही योगा कीजिए.
क्या है शीर्षासन?
शीर्षासन एक तरह का योगासन है जिसमें इंसान अपने हाथ और सर के बल उल्टा हो जाता है जिससे उसके शरीर का पूरा भार उसके हाथों और सर पर आ जाता है. यह आसन कठिन आसनों में से एक है.
प्रेगनेंसी के दौरान इस आसन को करने में बहुत हिम्मत चाहिए होता है. अनुष्का और विराट के फोटो में आप देख सकते हैं कि अनुष्का एक दीवार के सहारे यह आसन कर रही हैं वहीं उनके पति विराट उनका पैर पकड़कर उन्हें संभाल रहे हैं.
शीर्षासन के लाभ
शीर्षासन हमारे मस्तिष्क में खून की सप्लाई करता है और हमारे ब्रेन सेल्स का पोषण करता है.
यह हमारे दिमाग को शांत रखने में मदद करता है और किसी भी प्रकार के स्ट्रेस या परेशानी को दूर करता है.
शीर्षासन करने से माइग्रेन और सर दर्द जैसी परेशानियों से राहत मिलती है.
यह आसन हमारे पीयूषिका (pituitary gland) के लिए बहुत लाभदायक है, जिससे डायबिटीज की परेशानी नियंत्रित होती है.
इस आसन को करने से हमारे बाजू और कंधे मजबूत होते हैं.
उल्टा हो जाने की वजह से हमारे ऊपरी हिस्से में खून का सप्लाई होता है जिसकी वजह से हमारी आंखें भी हेल्दी रहती हैं और आंखों की रोशनी बढ़ती है.
खून को अच्छे तरह से सप्लाई मिलने से हमारे बाल कम झड़ते हैं और मजबूत बनते हैं.
पाचन तंत्र के लिए भी शीर्षासन बहुत फायदेमंद है.
शीर्षासन करने से हमारे पैर के हर एक हिस्से में द्रव्य संचय कम हो जाता है.
यह हमारे फेफड़ों को मजबूत करता है साथ में हमें जुखाम और खांसी जैसी परेशानियों से निपटने के लिए तैयार करता है। इस आसन को करने से हमारा रेस्पिरेट्री सिस्टम में भी सुधार लाता है.