दिल्ली हरियाणा बॉर्डर सील, कई डॉक्टर और मेडिकल कर्मी भी फंसे
नई दिल्ली. दिल्ली से सटी सीमाओं को लेकर हरियाणा सरकार ने नया आदेश जारी किया है. राज्य सरकार ने इस आदेश को सख्ती से पालन कराने को भी कहा है. जानकारी के मुताबिक जो लोग गुरुग्राम या दिल्ली में काम के लिए रोजाना ट्रैवल करते हैं. अब वो रोजाना राज्य की सीमा पार नहीं कर पाएंगे.
डॉक्टरों को भी छूट नहीं
वहीं इस समय डॉक्टर और मेडिकल फील्ड से जुड़े लोग भी हैं जो कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज करने में व्यस्त है. कई ऐसे लोग हैं जो हरियाणा में रहते हैं मगर काम दिल्ली के अस्पताल में करते हैं. ऐसे डॉक्टर, नर्स या अन्य मेडिकल स्टाफ को भी किसी तरह की रियायत नहीं दी गई है.
शुक्रवार की सुबह कई डॉक्टर और अन्य स्टाफ अपनी ड्यूटी पर जाने से पहले हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर पर लगे लंबे जाम में फंस गए. सरकार के आदेश के बाद कई डॉक्टर भी ड्यूटी पर जाने का इंतजार करते रहे.
सरकार को ध्यान रखना चाहिए की ये संकट का समय है. इस समय कोरोना वायरस के खिलाफ जारी लड़ाई में डॉक्टर और पूरी मेडिकल फ्रेटर्निटी सबसे आगे खड़ी है. ऐसे में अगर सरकार अपने निर्देशों के कारण उन्हें ड्यूटी पूरा करने से रोकेगी तो कोरोना वॉरियर्स का उत्साह और पॉजिटिव एटिट्यूड भी कम होगा.
ऑफिस को करनी होगी व्यवस्था
संबंधित कर्मचारी के ऑफिस को उनके रहने के लिए ऑफिस के पास ही व्यवस्था करनी होगी. उन्हें सीमा पार करने की अनुमति नहीं होगी. सीमा क्रॉस करने की अनुमति सिर्फ उन्हीं लोगों को होगी जो गृह मंत्रालय के द्वारा जारी गाइडलाइन के तहत आते हैं.
इसी के तहत मेडिकल फील्ड से जुड़े कर्मचारी मसलन डॉक्टर-नर्सों को भी सीमा पार करने की इजाजत नहीं मिल रही है. जिन लोगों के पास इंटर स्टेट पास है सिर्फ उन्हें ही राज्य में जाने की अनुमति है.
आरोग्य ऐप दिखाकर जा सकेंगे
वहीं सरकारी कार्यलयों के अधिकृत अधिकारी, कर्मचारी, अपना वैध पहचान पत्र दिखा कर सीमा के इस पार आ जा सकते हैं. हालांकि पहचान पत्र के साथ साथ उन्हें अपने मोबाइल में आरोग्य एप भी डाउनलोड करना होगा. उसका प्रयोग करना होगा, जिसके आधार पर राज्य में आने की अनुमति मिलेगी.