दिल्ली में दूसरे अमित राणा न हो, DFAJ ने की ये मांग
कोरोना वायरस के कारण दिल्ली में दो कोरोना वॉरियर्स की मौत हो चुकी है. तीन दिन पहले दिल्ली पुलिस के कॉन्सटेबल अमित राणा और रविवार को उत्तरी दिल्ली नगर निगम की टीचर की भी कोरोना संक्रमण से मौत हो गई.
कोरोना वॉरियर्स की इस तरह मौत होने से डायलोग फॉर एकेडेमिक जस्टिस (DFAJ) ने चिंता व्यक्त की है. DFAJ ने इस संबंध में गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal), उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को पत्र लिखा है.
इस पत्र में DFAJ के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. सुरेंद्र कुमार ने मांग की है कि हर राज्य में नोडल अफसर तैनात किए जाएं. इन नोडल ऑफिसरों की ड्यूटी लगाई जाए की कोरोना संक्रमित होने पर कोरोना वॉरियर को जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं.
कोरोना वॉरियर्स और उनके परिवार के लिए स्पेशल हेल्पलाइन की व्यवस्था हो. जहां 24*7 फोन कर संपर्क किया जा सके और इमरजेंसी के समय में मदद मांगी जा सके. एक तरफ कोरोना वॉरियर्स खुद अपनी जान की परवाह न करते हुए जनता के लिए लगातार ड्यूटी कर रहे हैं.
उसी दौरान अमित राणा जैसे मामले सामने आते हैं जब कोरोना वॉरियर को ही इलाज के लिए दरबदर भटकना पड़ता है. प्रशासन की ऐसी कार्रवाई निंदनीय है. सरकार और प्रशासन को इस ओर ध्यान देना होगा.
ये मांग भी की गई है कि कोरोना वॉरियर्स जो इस समय फ्रंटलाइन वर्कर के तौर पर काम कर रहे हैं. आम दिनों से ज्यादा घंटों की ड्यूटी तो कई बार बिना किसी छुट्टी के लगातार ड्यूटी कर रहे हैं. सरकार को कोरोना वॉरियर्स के इलाज के लिए स्पेशल सेंटर बनाने चाहिए, ताकि कोरोना वॉरियर्स जल्द से जल्द ठीक हों. हमारे सामने दोबारा कोई अमित राणा न आए.
बीमार की नहीं होगी ड्यूटी
इसके साथ ही पिछले महीने DFAJ ने ये मांग उठाई थी कि डायबीटिज व अन्य बीमारियों से पीड़ित कर्मचारी जो 55 साल से अधिक उम्र के हैं उन्हें ड्यूटी पर न बुलाया जाए. इसे लेकर सीएम ने चीफ सेक्रेट्री को तुरंत कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं.