JNU में मिले कोरोना संक्रमित, कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाते हुए एबीवीपी-वामपंथी संगठनों ने आयोजित किए कार्यक्रम
देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले आए दिन बढ़ते ही जा रहे हैं. केंद्र सरकार व राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर संक्रमण रोकने के प्रयास कर रही हैं. लेकिन कोरोना गाइडलाइंस की धजिज्यां भी उड़ाई जा रही हैं, जिसके चलते संक्रमण रोकना मुश्किल होता जा रहा है.
ताजा मामला जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से सामने आया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक JNU में आधा दर्जन से अधिक कोरोना के नए मामले दर्ज किए गए हैं. यहां चौंकाने वाली बात यह है कि इन सभी मामलों की जानकारी जेएनयू प्रशासन को है. कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए JNU प्रशासन ने किसी भी तरह की सभा आयोजन न करने के लिए स्पष्ट आदेश भी दिए हैं.
यहां चौंकाने वाली बात यह है कि इन सभी मामलों की जानकारी जेएनयू प्रशासन को है. कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए JNU प्रशासन ने किसी भी तरह की सभा आयोजन न करने के लिए स्पष्ट आदेश भी दिए हैं. फिर भी कार्यक्रम किया गया.
Google ने 500 मिलियन डॉलर में इजराइली साइबर सुरक्षा स्टार्टअप सिंपलीफाई का किया अधिग्रहण
बावजूद इसके JNU में एबीवीपी और वामपंथी छात्र संगठनों ने बुधवार को आमसभा की और पदयात्रा निकाली. रिपोर्ट्स के मुताबिक यह आयोजन 5 जनवरी 2020 को जेएनयू में हुई हिंसा को लेकर था. वामपंथी छात्र संगठन और ABVP ने एक बार फिर एक दूसरे पर आरोप लगाए और हिंसा की निंदा की. हालांकि, इस मामले में दो साल बीत जाने के बाद भी किसी तरह की कार्यवाई की सूचना नहीं है. जेएनयू द्वारा बनाई गई समिति ने भी इस मामले में किसी तरह की रिपोर्ट नहीं सौंपी है.

Coronavirus: भारत में कोरोना वायरस के 58,097 नए मामले, ऑक्सीजन सिलेंडरों की फिर होगी मारामारी!
JNU में ABVP ने पदयात्रा निकाली और बयान जारी कर कहा कि आयोजन में कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया गया है. जेएनयू में एबीवीपी पदाधिकारियों का कहना है कि हमने पदयात्रा के माध्यम से वामपंथी हिंसा के खिलाफ कड़ा संदेश दिया है. पदयात्रा में शामिल हुए छात्रों ने हिंसा में संलिप्तता का आरोप लगाते हुए वामपंथी छात्र नेताओं को गिरफ्तार करने की मांग की.
नहीं मिला एच.ई.सी के कर्मियों को आठ माह से वेतन, फूंका पूतला
JNU में आल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) की सचिव मधुरिमा कुंडु भी कोरोना संक्रमित हैं।.उनका कहना है कि कैंपस में किसी तरह की आइसोलेशन सेंटर की सुविधा उपलब्ध नहीं हैं. कैंपस में कोरोना के मामले हैं. कई छात्र कोविड जांच इसलिए नहीं करा रहे हैं क्योंकि उनको डर है कि कैंपस में कोविड केयर सेंटर नहीं है. इसलिए उनकी देखभाल कैसे होगी. उन्होंने बताया कि जांच के बाद मुझे सुल्तानपुरी कोविड केयर सेंटर में भेजा जा रहा था इसलिए मैं अपने परिचित के यहां आइसोलेशन में हूं.