मरने के बाद भी लोगों को के लिए फरिश्ता बन गए 67 साल के ये बुजुर्ग
खबर हैदराबाद से है. ये खबर लोगों के लिए एक मिशाल है. वैंकटेश्वर एन्क्लेव के रहने वाले 67 साल के वेंकेंट स्वामी बोगोजु को डॉक्टरों ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। उन्होंने राज्य द्वारा संचालित जीवनदान अंग दान पहल के तहत अपने अंग दान करने का फैसला किया है। दरअसल बीते 4 जनवरी को, वेंकट स्वामी चक्कर आने की वजह से घर में गिर गए थे। करीबी रिश्तेदारों ने उसे तुरंत आपातकालीन देखभाल के लिए एक निजी अस्पताल में एडमिट कर दिया और उसी दिन उन्हें यशोदा अस्पताल, सोमाजीगुडा में शिफ्ट किया गया।
हॉस्पिटल के कांउसलर और अधिकारियों ने अंगदान करने के लिए परिवार के सदस्यों की कांउसलिंग की। अंगों को दान करने की सहमति वेंकट स्वामी की पत्नी पद्मा बोगोजु और उनके बेटे रत्नाकर बाबू ने दी थी।
जीवनदान अधिकारियों ने अंग दान करने के लिए परिवार के सदस्यों की सराहना की। डॉक्टर्स ने उनके लीवर को निकालने के बाद जीवनदान उप-समिति के दिशानिर्देशों के आधार पर, डोनर के अंग को अन्य प्रत्यारोपण केंद्रों में भेजा।