बीजेपी ने उठाए सवाल, सरकार की फ्री सुविधाओं के बाद भी क्यों हो रहा पलायन
नई दिल्ली. दिल्ली में एक बहुत बड़ी संख्या प्रवासियों की है. यहां बिहार, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड जैसे कई राज्यों के लोग रोजी रोटी कमाने आते हैं. मगर जब से कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन लगा है तब से इन राज्यों के मजदूर वर्ग को कई परेशानियों का सामना उठाना पड़ा है.
दिल्ली जैसे महानगर में लोगों को भारी दिक्कते हुई इसी कारण लॉकडाउन के कारण भी हजारों की संख्या में मजदूर पैदल ही पलायन करने को मजबूर हुए. दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता अशोक गोयल देवराहा ने दिल्ली सरकार के इस संवेदनहीन व्यवहार पर सवाल उठाए हैं.

उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री समय रहते इन प्रवासी मजदूरों पर ध्यान देते तो ऐसे हालात ही नहीं बनते. समय पर भोजन,राशन न मिलने और किराया चुकाने आदि समस्याओं को देखते हुए पिछले कुछ दिनों से पैदल, साईकिल व चोरी छुपे अपने प्रदेशों की तरफ जाने को मजबूर हो रहे हैं.
अशोक गोयल ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली में बिजली फ्री, पानी फ्री , बस यात्रा फ्री की बात करते है. उनका दावा है कि 10 लाख लोगों को दिन में और रात में दोनों समय खाना मुफ्त दिया जा रहा है. 2 करोड़ लोगों की दिल्ली में 70 लाख लोगों को राशन मुफ्त दिया जा रहा है, लेकिन इन सब के बावजूद भी एक तरफ बेबस, असहाय मजदूर दिल्ली से पैदल पलायन को मजबूर है. अघर सरकार इतनी सुविधाएं देती है तो ये पलायन क्यों हैं.
गोयल ने कहा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की झूठ की दुकान की पोल खुल चुकी है. अगर समय रहते वो मजदूरों को राशन और खाना दे देते तो आज मजदूर पलायन को मजबूर नही होता. उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री हर मोर्चे पर विफल रहे है उनको दिल्ली के मजदूरों से माफी मांगनी चाहिए.