उत्तरी नगर निगम के आदेश से देशभर के डॉक्टर नाराज
15/04/2020 को निकले गए आदेश से सोशल मीडिया पर मचा हुआ है हंगामा, देश भर के डॉक्टर जा सकते है हड़ताल पर।
दरअसल यह मामला उत्तरी नगर निगम के सबसे बड़े हॉस्पिटल हिन्दू राव हॉस्पिटल का है जहाँ 15/04/2020 को चिकित्सा अध्यक्षा ने एक डी. एन. बी.(D.N.B.) की पढ़ाई कर रहे एक डॉक्टर छात्र को बर्खास्त किया गया है जिसका the depth की टीम ने अपनी जांच कर न्यूज़ प्रकाशित की थी।
बर्खास्त की वजहों की वजह अब तक स्पष्ठ नही हो पाई है, जिसमे चिकित्सा अध्यक्षा और उत्तरी नगर निगम का कहना है कि बर्खास्त की वजह आरोपी के द्वारा सोशल मीडिया पर डाली गई छत से बारिश का पानी टपकने की थी, जिसमे उसको नोटिस जारी किया गया था। जबकि एक पत्रकार द्वारा जब कमिश्नर को बताया गया कि महापौर ने छत वाली वीडियो को कारण बताया गया है तो उनकोने जवाब में सोशल मीडिया (ट्विटर) पर इस बात को नकारते हुए यह लिखा है कि महापौर को अनुशासनात्मक मामलो में कोई भूमिका नही है कह कर निगम की कार्यशैली पर बड़ा सवाल उठाया दिया है।
दिल्ली के अस्पताल में काम हो सकता है काम टप्प
निगम के जारी किए गए आदेश को लेकर सोशल मीडिया पर हंगामा मचा हुआ है देश भर के डॉक्टरों की नाराजगी स्पष्ठ रूप से देखी जा सकती है जिसमे डॉक्टरों की एक संस्था यूनाइटेड डॉक्टर रेजिडेंट एसोसिएशन ने कमिश्नर, डायरेक्टर हैल्थ, चिकित्सा अध्यक्षा के निलंबन की मांग करते हुए देश के स्वस्थ मंत्री जी से निगम के द्वारा जारी किए गए बर्खास्त के आदेश को निरस्त करने व स्वतन्त्र जांच की मांग की है।
देर रात को ही स्वास्थ्य मंत्री जी ने दिया जवाब
देश भर के डॉक्टरों की नराजगी सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, ट्विटर व व्हाट्सएप्प साफ देखी जा सकती है, इसके साथ ही आम जनता भी इसमें अपनी नाराजगी दिख रही है, स्वस्थ मंत्री डॉ हर्ष वर्धन ने ट्वीट कर इस नाराजगी पर कहा है कि “मैं चिकित्सा समुदाय के लिए आपकी चिंता की सराहना करता हूं। मामले के तथ्यों का पता लगा और संबंधित को सलाह दूंगा।
कमिश्नर कर रही है डॉक्टरों का अपमान
ट्विटर पर काफी संख्या में डॉक्टरों ने कमिश्नर पर आरोप लगाया है कि कमिश्नर ने डॉ पीयूष पर झूठा आरोप लगा कर बिना किसी सबूत या इन्क्वायरी के बिना डॉक्टरों का अपमान किया है, जिसके खिलाफ अगर हमको हड़ताल भी करनी पड़ेगी तो करेंगे।